नया साल आ रहा है दोस्तो, किस-किसका स्मरण करु
हँसाया रुलाया मुझे, उनका शुक्रिया अदा करु
देता है हंसी मुख पर प्यारा जो लगता है
सुख दुःख कि राह मे दुलारा बन जाता है
उनके उस प्यार का अहसान कैसे चुकाऊं
हँसाया रुलाया मुझे, उनका शुक्रिया अदा करु
ये साल भी हर साल क्यो बदलता रहता हैं
नये फिर 365 दिन हमे और दे जाता है
पलट गया जो अपनी बात से उनसे क्यो खपा रहू
हँसाया रुलाया मुझे, उनका शुक्रिया अदा करु
ये दुनिया भी दोस्तो मुझे नजीब सी लगती हैं
अच्छे बुरे कई सारे ख्वाब हमे दिखाती है
जीवन प्यारा सपना यह साकार गर मैं करु
हँसाया रुलाया मुझे, उनका शुक्रिया अदा करु
छोटी सी इस जिंदगी में कुछ दिन ठहरना हैं
अभी जी रहे शान से एक दिन तो मरना है
कुछ ऐसा कर जाऊ जो दिल में ठिकाना कर जाऊ
हँसाया रुलाया मुझे, उनका शुक्रिया अदा करु
© राजेश खाकरे
Mo 7875438494
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